कर्नाटक के मेंगलुरु शहर में मुस्लिम युवकों से मिलने पर दो युवतियों को कथित मॉरल पुलिसिंग का शिकार होना पड़ा। मेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में दक्षिणपंथी हिंदूवादी संगठन के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस पूरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए पीड़ित युवती ने विडियो संदेश बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।
मेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर टी आर सुरेश का कहना है कि शहर के पूर्वोत्तर इलाके में स्थित पिलिकुला में लड़कियों पर हमला किया गया। हमला करने वालों ने बजरंग दल का कार्यकर्ता होने का दावा किया था। मेंगलुरु पुलिस ने आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी), 342 (गलत इरादे से रोकना) और 355 (अपमान करने के इरादे से हमला) के तहत इस मामले में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस कमिश्नर का कहना है, 'दोनों युवतियां मेंगलुरु से 23 किलोमीटर दक्षिण में स्थित तालीपड़ी इलाके में प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज में पढ़ाई कर रही हैं। बताया जा रहा है कि अपने मुस्लिम मित्रों से मुलाकात करने पर उनको पीटा गया। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं।'
इस घटना का एक विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विडियो में चार लोग दिख रहे हैं, जिनमें से एक शख्स छात्राओं पर हमला कर रहा है। मंगलवार को इसे सोशल मीडिया पर भी लोगों ने शेयर किया। इस विडियो में एक पुलिसवाला हमलावरों को रोकने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहा है।
20 दिसंबर की घटना
यह सब 20 दिसंबर को हुआ जब पुलिस के पास फोन आया कि कॉलेज की दो लड़कियां मुस्लिम युवकों के साथ सुब्रमण्यम मंदिर के आस-पास टहल रही हैं। जिसके बाद पुलिस उन्हें थाने तक ले गई और अभिभावकों को भी सूचित किया। पुलिस का कहना है कि युवती ने दो दिन पहले बिना किसी को बताए घर छोड़ दिया था, जिसकी शिकायत पुलिस में की गई थी। यह पहली बार नहीं था कि उक्त युवती ने घर छोड़ा था। इससे पहले अगस्त में भी पुलिस को उसकी गुमशुदगी की सूचना दी गई थी।
वहीं युवती का आरोप है कि सारा ड्रामा सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि उसका दोस्त मुस्लिम था। कर्नाटक के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने बताया कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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